
PM KUSUM Yojana
यह छवि एक खुशहाल भारतीय किसान को दर्शाती है जो अपने खेत में एक सौर ऊर्जा संचालित पानी के पम्प का उपयोग कर रहा है। सूरज की तेज़ रोशनी के नीचे खेत में लगे सौर पैनल साफ़ नजर आ रहे हैं, जो पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराने के उद्देश्य को दर्शाता है।
In this article:
P M KUSUM Yojana kya hai?
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha evam Utthaan Mahabhiyan) यानी PM KUSUM Yojana का मकसद है किसानों को renewable energy के माध्यम से बिजली और पानी की सुरक्षा देना। इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को सोलर पंप (Solar Pump) लगाने के लिए 30% से 50% तक सब्सिडी देती है, जिससे किसान अपनी सिंचाई की जरूरतें affordable solar energy से पूरी कर सकें और green energy का लाभ उठा सकें।
पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य (PM KUSUM Yojana Objective)
इस योजना का मुख्य लक्ष्य है डीजल पंप की जगह सोलर पंप लगाना और 2026 तक देश में लगभग 34,800 मेगावाट सोलर कैपेसिटी बढ़ाना। इससे किसानों को सस्ती और भरोसेमंद बिजली मिलेगी, उनकी आय बढ़ेगी और वातावरण प्रदूषण से मुक्त रहेगा।
पीएम कुसुम योजना के 3 महत्वपूर्ण घटक (Main Components of PM KUSUM Yojana)
Component A: Decentralized Solar Power Plants Lagana
इस कम्पोनेंट के तहत किसान, पंचायत, सहकारी समिति या किसान समूह 500 kW से 2 MW तक के ग्रिड-कनेक्टेड सोलर प्लांट्स लगा सकते हैं, खासकर बंजर या खाली जमीन पर। इन सोलर प्लांट्स से बिजली पैदा होने के साथ-साथ नीचे खेती भी जारी रखी जा सकती है।
Component B: Standalone Solar Agriculture Pumps
इस हिस्से में किसानों को 7.5 HP तक के सोलर संचालित पंप दिए जाते हैं। यह पंप उन इलाकों में लगाए जाते हैं जहाँ अभी ग्रिड बिजली नहीं पहुँचती। सरकार इन पंपों पर 30% तक की सब्सिडी देती है जिससे किसानों की लागत कम होती है।
Component C: Solarisation of Grid-Connected Pumps
जिन किसानों के पास पहले से ग्रिड-कनेक्टेड पंप हैं, उन्हें सोलर सिस्टम से चलाने की सुविधा दी जाती है। बची हुई बिजली को किसान DISCOMs को बेचकर अतिरिक्त आय (Extra Income) कमा सकते हैं।
पीएम कुसुम योजना के फायदे (PM KUSUM Yojana Benefits)
Bijli aur Diesel ki Bachat: सोलर पंप इस्तेमाल करने से बिजली और डीजल का खर्च बहुत कम होता है।
Financial Support & Subsidy: किसानों को 30% से 50% तक सरकारी सब्सिडी दी जाती है। हिल स्टेट्स और नॉर्थ ईस्ट राज्यों के किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलता है।
Environmental Sustainability: सोलर पावर से प्रदूषण कम होता है और carbon footprint घटता है।
Extra Income Option: किसान अपनी अतिरिक्त सोलर बिजली DISCOM को बेचकर अतिरिक्त आमदनी कमा सकते हैं।
Water Suraksha: सोलर पंप से सिंचाई के लिए स्थिर पानी की सप्लाई मिलती है, जिससे खेतों की Productivity बढ़ती है।
पीएम कुसुम योजना के लिए आवेदन कैसे करें (PM KUSUM Yojana Apply Online Process)
राज्य कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं – अपने राज्य की कृषि विभाग वेबसाइट या PM KUSUM portal विजिट करें।
ऑनलाइन फॉर्म भरें और जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड करें।
नाम, आधार नंबर, बैंक डिटेल्स और जमीन के डॉक्यूमेंट भरें।
सबमिट करने के बाद एप्लिकेशन नंबर प्राप्त करें जिससे आप अपना आवेदन स्टेटस ट्रैक कर सकें।
वेरिफिकेशन के बाद सरकार या अधिकृत एजेंसी संपर्क करेगी और सोलर सिस्टम इंस्टालेशन शुरू करेगी।
सब्सिडी सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होगी और किसान अपने सोलर पंप का उपयोग कर सकते हैं।
पीएम कुसुम योजना पात्रता (Eligibility Criteria)
आवेदक एक किसान (व्यक्ति या समूह) होना चाहिए।
जमीन (बंजर या उपजाऊ) उपलब्ध होनी चाहिए जहाँ सोलर पंप/प्लांट लगाया जा सके।
ग्रिड-कनेक्टेड पंप के लिए पहले से बिजली कनेक्शन होना जरूरी है।
राज्य सरकार के नियम और दिशा-निर्देशों का पालन आवश्यक है।
PM KUSUM Yojana निष्कर्ष (Conclusion)
PM KUSUM Yojana 2025 किसानों के लिए आत्मनिर्भर और पर्यावरणहित योजना है जो कृषि सिंचाई, बिजली बचत और आय बढ़ाने का बेहतरीन समाधान देती है। अगर आप किसान हैं और अपने खेत में सोलर पंप लगवाना चाहते हैं, तो आज ही प्रधानमंत्री कुसुम योजना आवेदन (Pradhanmantri Kusum Yojana Apply) करें और हर महीने की बिजली बचत के साथ अतिरिक्त आमदनी कमाएं।
Candidates can also check
Frequently Asked Questions
PM KUSUM Yojana ek solar energy scheme hai, jiska mukhya uddeshya kisanon ko sasti aur clean bijli provide karna hai taaki wo solar pumps lagakar apni kheti mein irrigation aur bijli ka sahi use kar saken.
Is yojana ke tehat standalone solar pumps, grid-connected solar pumps, aur decentralized solar power plants lagaye jate hain jo kisanon ki alag-alag jarurat ko pura karte hain.
Yeh scheme farmers ko 30 se 50 percent subsidy deti hai depending on state aur pump ki type. Eligibility me apka kisan hona aur state ki authorized agency se approval lena shamil hai.
Yojana mein apply karne ke liye kisan ko apne rajya ke agriculture department ya PM KUSUM ki official website par jaakar online form bharna hota hai, jisme apni details aur documents submit karne hote hain.
Is scheme ke tahat solar pumps ke zariye diesel aur bijli ke kharche mein bachat hoti hai. Saath hi agar kisan surplus bijli generate karte hain to woh local power grid ko bech kar extra income generate kar sakte hain.